मिज़ाह और मिज़ाहनिगार की कहानी-मुज्तबा हुसैन की ज़ुबानी

उर्दू तंज़ो-मिज़ाह के अदब में सातवें दहे के इब्तेदाई दौर में एक ऐसा नाम उभरा, जिसने बहुत कम अरसे में पूरी उर्दू दुनिया में अपनी शिनाख़्त बनाई। तंज़ो-मिज़ाह को रिवायती अंदाज़ से बाहर निकाल कर ज़िन्दगी के तजुर्बों से जोड़ने वाले उस