गैर आबाद मसाजिद को आबाद करने तहरीक की शक्ल देना वक़्त की अहम ज़रूरत
नुमाइंदा ख़ुसूसी- मस्जिद चूँ कि अल्लाह ताला का दरबार है । लिहाज़ा उस की हर तरह से आबाद कारी और हर मुस्लमान का दीनी फ़रीज़ा है । इस्लाम का ये हुक्म कि जब किसी जगह एक बार मस्जिद तामीर होजाती है तो वो जगह क़यामत तक के लिए मस्जिद ही रहत