झूट की बुराई
(मौलाना रिजवान अहमद कादरी) हजरत सफवान बिन सलीम (रजि0) से रिवायत है कि नबी करीम (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) से किसी ने अर्ज किया – ‘क्या मोमिन बुजदिल हो सकता है?’ आप (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) ने फरमाया – ‘हां।’ फिर अर्ज किया – ‘क्या मोमिन बख