तब्दीली मज़हब के मसले पर मुबाहिस की ज़रूरत : योगी अदित्य नाथ

नई दिल्ली

तब्दीली मज़हब के मसले पर गैर ज़रूरी तनाज़े पैदा करने का अपोज़िशन पर इल्ज़ाम आइद करते हुए बी जे पी रुकन पार्लियामेंट अदित्य नाथ ने आज कहा कि वो इस मसले पर मुबाहिस से राह फरारी इख़तियार कर रहे हैं।

हज 2015 के लिए जनवरी से दरख़ास्तों की इजराई का आग़ाज़

हज 2015 के लिए दरख़ास्तों की इजराई का जनवरी में आग़ाज़ होगा। इस सिलसिले में सेंट्रल हज कमेटी शेड्यूल का एलान करेगी। सेंट्रल हज कमेटी के इजलास में शिरकत से वापसी के बाद मीडिया से बात चीत करते हुए स्पेशल ऑफीसर प्रोफेसर एस ए शकूर ने बताया

मदरसों पर छापा मारने के एहतिजाज में मुज़ाहिरा

बर्दवान धमाके मामले के बाद मगरिबी बंगाल में मदरसों और मुसलमानों पर हो रही कार्रवाई के एहतिजाज में जमआत उल उलेमा हिंद ने हफ्ते के रोज़ कोलकाता में रैली निकाली।

मोदी बेईमान है मैं उनकी नस-नस से वाकिफ हूं : मिस्त्री

कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी और रियासत उत्तर प्रदेश के पार्टी इंचार्ज मधुसूदन मिस्त्री ने कहा की वज़ीर ए आज़म नरेंद्र मोदी पर तीखा तब्सिरा किया । उन्होंने कहा कि मोदी बेईमान हैं। बेईमान लफ्ज़ का इस्तेमाल करने की बाबत पूछे जाने पर उन्ह

फ़रीज़ा हज की अदायगी के बाद हुज्जाज मदीना मुनव्वरा रवाना

फ़रीज़ा-ए-हज की सआदत हासिल करने के बाद हज़ारों हुज्जाज बाशमोल हिंदुस्तानी सऊदी अरब के मुक़द्दस शहर मदीना मुनव्वरा पहूंच गए ताकि हज के सफ़र की तकमील पर मस्जिदे नबवी में नमाज़ अदा कर सकें। हुज्जाज को मरहला वार तरीक़ा से मदीना मुनव्वरा

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के छः हज़ार आज़मीन को हज की सआदत

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले 6000 से ज़ाइद फ़र्ज़ंद इन तौहीद ने आज वक़ूफ़ अर्फ़ात के साथ हज की सआदत हासिल करूं और मुज़दल्फ़ा के लिए रवाना होगए। स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शुकूर ने आज़मीन-ए-हज के साथ मौजूद हज कमेटी क

आज़मीन-ए-हज को सब्र-ओ-तहम्मुल का मश्वरा

रियास्ती हज कमेटी के 350 आज़मीन-ए-हजपर मुश्तमिल चौथा क़ाफ़िला आज शाम सऊदी एयरलायंस की ख़ुसूसी परवाज़ से जद्दा रवाना हुआ। शमस आबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ख़ुसूसी हज टर्मीनल में स्पैशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफ़ेसर एस ए शकूर ने आज़मीन-ए-हजसे

आज़मीन-ए-हज का तीसरा क़ाफ़िला 4 घंटे ताख़ीर से रवाना

हज कमेटी के 300 आज़मीन पर मुश्तमिल तीसरा क़ाफ़िला आज शाम इंडियन एयर लाइंस के एक ख़ुसूसी परवाज़ के ज़रीया जद्दा रवाना हुआ। तय्यारा की रवानगी में चार घंटे ताख़ीर हुई जिस के बाइस आज़मीन-ए-हज को शमसाबाद इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर वाक़ै हज टर्मीनल

इंसान का जिस्म अल्लाह की अमानत, किडनी डोनेट करना हराम’

किडनी डोनेट करने के मुताल्लिक पूछे गए सवाल के जवाब में दारुल उलूम के मुफ्तियों ने इसे हराम करार दिया। कहा, इंसान जिस चीज का मालिक नहीं है वह उसे डोनेट नहीं कर सकता है।

श्रीनगर से आज़मीने हज के पहले क़ाफ़िले की 27 अगस्ट को रवानगी

हाजियों का पहला क़ाफ़िला वादई कश्मीर से जिस में 275 आज़मीन शामिल हैं, रास्त परवाज़ के ज़रिए 27 अगस्ट को रवाना होगा। श्रीनगर से ये क़ाफ़िला मदीने मुनव्वरा पहुंचेगा। इस के बाद 12 सितंबर तक बाक़ायदा परवाज़ें मुसलसल जारी रहेंगी।

वाट्सएप कर रहा इस्लाम से खारिज

जाने-अनजाने में की जाने वाली एक गलती आपके इस्लाम से खारिज होने का सबब बन रही है। खबर चौंकाने वाली है, लेकिन है सौ फीसद सही। इसलिए क्योंकि वाट्सएप पर लोग कुरआन की आयत एक-दूसरे को भेज रहे हैं। उसे कुछ लोग जान-बूझकर तो कुछ अनजाने में डिल

फ़ित्ना से बचो!

हज़रत अबूहुरैरा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत हैके रसूल क्रीम (स०) ने फ़रमाया अनक़रीब गूंगे, बहरे और अंधे फ़ित्ने का ज़हूर होगा। जो शख़्स इस फ़ित्ना को देखेगा और इस के क़रीब जाएगा, वो फ़ित्ना उस को देखेगा और इस के क़रीब आजाएगा। नीज़ इस फ़ित्

तो हम परस्ती से बचो!

क्या नहीं देखा तुम ने उन लोगों की तरफ़ जिन्हें दिया गया हिस्सा किताब से वो (अब) एतेक़ाद रखने लगे हैं जिहत और ताग़ूत पर और कहते हैं उनके बारे में जिन्हों ने कुफ्र किया कि ये काफ़िर ज़्यादा हिदायत याफ़ता हैं उन से जो ईमान लाए हैं। (सूरत अलनिस

नमाज़ सुकून का ज़रीया

हज़रत अनस रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत हैके रसूल क्रीम (स०) ने फ़रमाया ख़ुशबू और औरतें मेरे लिए पसंदीदा बनाई गई हैं और मेरा कलबी सुकून-ओ-निशात, नमाज़ में रखा गया है। (अहमद-ओ-नसाई)

दावत-ए-इस्लाम

आप फ़रमाईए इताअत करो अल्लाह की और (इस के) रसूल(स०) की, फिर अगर वो मुँह फेरीं तो यक़ीनन अल्लाह ताआला दोस्त नहीं रखता कुफ्र करने वालों को। (सूरा आल इमरान।३२)

दुनिया बड़ी हक़ीर चीज़ है

हज़रत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत हैके रसूल क्रीम (स०) ने फ़रमाया ये दुनिया अगर ख़ुदा के नज़दीक मच्छर के पर के बराबर भी वक़ात रखती तो अल्लाह ताआला इस में से काफ़िर को एक घूँट पानी भी ना पिलाता। (अहमद, तिरमिज़ी, इबन माजा)

ख़ालिक़ की नाराज़गी से बचो!

क्या तुम बेखौफ हो गए हो इस से जो आसमान में है कि वो तुम्हें ज़मीं में ग़र्क़ करदे और वो ज़मीं थर थर काँपने लगे। (सूरत उल-मलिक।१६)